शिवपाल से डरे मुलायम ने अखिलेश को सीएम दावेदार के रूप में किया पीछे

हमेशा अपने फैसलों के लिए जाने जाने वाले मुलायम सिंह यादव अब बुढ़ापे में बेबस हो गए हैं। क्या सपा मुखिया किसी के दबाव में आ गये हैं। उन्होंने अगला चुनाव बिना मुख्यमंत्री चेहरा तय किये क्यों लड़ने की घोषणा की है। नेता जी आखिर अखिलेश को अब चुनाव के पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार क्यों घोषित करने से परहेज कर रहे हैं? इन सवालों के जवाब अब जनता से पहले उनकी पार्टी के नेता व कार्यकर्त्ता करने लगे हैं।
तो कलह बहुत गहरा गई
सपा अन्तर्कलह अब नए मोड़ पर जा चुकी है। बीते दिनों की प्रेस कांफ्रेंस में मुलायम ने जिस तरह से कहा कि पार्टी के विधायक सीएम तय करेंगे। उससे यह बात साफ पता चलती है। जहां सम्पत्ति के अधिकारों का विवाद बढ़ता जाता है। भीतरी का ही परिणाम है कि अगले चुनाव में अखिलेश के चेहरे को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने में संशय हो गया है। जिन युवा सपा कार्यकर्ताओं को पार्टी ने बर्खास्त कर दिया है उनका भविष्य क्या होगा ? सरकार और पार्टी के बीच तनाव खासा बढ़ चुका है। सपा के नये तनाव के चलते अखिलेश यादव खुद ही अपनी चुनावी कमान सम्भालेंगे कि नहीं।
गायत्री के दम पर होगा सिल्वर जुबली का आयोजन
लखनऊ में पांच नवंबर को समाजवादी पार्टी की सिल्वर जुबली होगी। इसमें गायत्री प्रसाद प्रजापति को संयोजक बनाकर मुलायम ने बड़ी जिम्मेदारी देकर अखिलेश को करारा जवाब दिया है। साथ ही पार्टी को बताया है कि उन्होंने क्यों गायत्री को दोबारा मंत्री बनवाया।
अन्य ख़बरों से लगातार अपडेट रहने के लिए हमारे Facebook पेज को Join करे
लाइक करें:-
कमेंट करें :-
संबंधित ख़बरें
Jan 19, 2018
Sep 08, 2017